Wednesday, 29 October 2014

meri astha

आस्था  का पर्व है यह 
सूर्य को मन से समर्पित ,
फूल  फल, नारियल  समर्पित 
दूध या फिर जल है अर्पित, 
भावना से प्रेरणा से 
कष्ट या फिर अर्चना से 
बस तेरी अरदास में मन 
तू मेरा भगवान है सुन 
निर्जला तुमको मै  पूजूं ,
जलनिधि में हो खड़ी 
कोई माने  या न माने 
बात तेरी है बड़ी ,
तू करे जिसपर कृपा 
जीवन सफल हो जाये उसका ,
हे प्रभु ! मेरा मन समर्पित ,
 तन समर्पित धन समर्पित,
मेरा ये जीवन समर्पित.।  


 

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